PM Kusum Yojana: किसानों को मिलेंगे सोलर पंप सिर्फ 10% कीमत पर, 90% सब्सिडी का सुनहरा मौका!

क्या है PM Kusum Yojana?

PM Kusum Yojana की शुरुआत किसानों को स्वच्छ ऊर्जा के विकल्प देने और डीजल पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से की गई थी। इस योजना के अंतर्गत किसानों को सोलर पंप लगवाने के लिए सरकार की तरफ से 60% सब्सिडी और 30% ऋण की व्यवस्था की जाती है। किसान को केवल 10% लागत ही अपनी जेब से देनी होती है। खास बात यह है कि योजना में लघु और सीमांत किसानों को विशेष प्राथमिकता दी गई है।

PM Kusum Yojana के तहत सोलर पंप लगाते किसान
PM Kusum Yojana

PM Kusum Yojana योजना के मुख्य लाभ

  • सिंचाई पर खर्च में भारी कटौती: डीजल या बिजली पर खर्च की ज़रूरत नहीं।
  • अतिरिक्त आय का मौका: बचे हुए बिजली को ग्रिड में बेचकर किसान आय अर्जित कर सकते हैं।
  • पर्यावरण अनुकूल: पारंपरिक ऊर्जा के बजाय सोलर ऊर्जा का प्रयोग पर्यावरण को भी बचाता है।
  • 90% तक अनुदान: लघु व सीमांत किसानों के लिए 90% और अन्य किसानों के लिए 80% तक की सब्सिडी का प्रस्ताव तैयार है।

अब तक कितने किसानों को मिला लाभ?

PM Kusum Yojana के अंतर्गत अब तक हमारी सरकार ने 2017-18 से लेकर 2024-25 तक करीबन 79,516 सोलर पंप लगाए हैं। हमारी सरकार ने इस वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए लगभग 45,000 सोलर पंप लगाने का लक्ष्य रखा है। अधिकतर किसान अब भी भूजल से सिंचाई करते हैं। सोलर पंप इस प्रक्रिया को किफायती और सरल बना रहे हैं।

कितनी होती है लागत?

सोलर पंप की कीमत उसकी क्षमता के अनुसार तय होती है। उदाहरण के लिए:

  • 2 हार्स पॉवर सोलर पंप: लगभग ₹1.80 लाख
  • 5 हार्स पॉवर सोलर पंप: लगभग ₹4.80 लाख

PM Kusum Yojana के तहत किसान को केवल 10% यानी ₹18,000 से ₹48,000 तक ही देने होंगे। बाकी की राशि सरकार सब्सिडी और ऋण के रूप में कवर करेगी।

आवेदन की क्या है प्रक्रिया?

PM Kusum योजना के लिए आवेदन करना बेहद आसान है। नीचे बताए गए चरणों को अपनाकर किसान आवेदन कर सकते हैं:

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
    • कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
  2. बुकिंग लिंक पर क्लिक करें।
    • “अनुदान पर सोलर पंप / कृषि यंत्र हेतु बुकिंग करें एवं टोकन जनरेट करें” वाले लिंक पर क्लिक करें।
  3. मोबाइल नंबर डालें और रजिस्ट्रेशन करें।
    • OTP वेरिफिकेशन के बाद बाकी डिटेल्स भरें।
  4. ज़रूरी दस्तावेज़ अपलोड करें:
    • आधार कार्ड
    • जमीन के कागजात
    • बैंक खाता विवरण
  5. आवेदन जमा करें और टोकन प्राप्त करें।
    • टोकन सिस्टम या लॉटरी सिस्टम के तहत चयन किया जाएगा।

किन बातों का रखें ध्यान?

  • किसान के पास अपनी बोरिंग होनी अनिवार्य है।
  • सत्यापन के समय यदि बोरिंग अनुपयुक्त पाई गई, तो टोकन मनी जब्त की जा सकती है।
  • मोटर और सोलर पैनल जैसी चीज़ें केवल मान्यता प्राप्त वेंडर से ही लगवानी होंगी।

कौन कर सकता है आवेदन?

प्रदेश के 238.22 लाख किसानों में से लगभग 93% लघु एवं सीमांत किसान हैं। ये योजना खास तौर पर ऐसे ही किसानों के लिए बनाई गई है। जो सीमित संसाधनों में खेती करते हैं। योजना में सभी किसानों को मौका मिलेगा, लेकिन चयन “पहले आओ, पहले पाओ” या लॉटरी सिस्टम से किया जाएगा।

PM Kusum Yojana यह योजना किसानों के लिए मात्र योजना ही नहीं बल्कि एक स्थाई समाधान है। जो उनके भविष्य में भी काफी बचत करने वाली है। सौर ऊर्जा से सिंचाई व्यवस्था काफी मजबूत होगी और पर्यावरण को भी इससे कोई नुकसान नहीं होगा। किसानों की लागत कम होती है और लाभ बढ़ता है। यदि आप भी खेती करते हैं और सिंचाई में बिजली या डीजल पर भारी खर्च कर रहे हैं, तो यह योजना आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है।

तो देर किस बात की? कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं और सोलर पंप के लिए आज ही आवेदन करें।
PM Kusum Yojana की ऑफिशियल साइट पर जाकर आप योजना के नियम, पात्रता, और आवेदन प्रक्रिया को विस्तार से पढ़ सकते हैं।

कई किसान पूछते हैं कि क्या बीज पर भी कोई योजना चल रही है? जी हाँ, धान बीज सब्सिडी योजना 2025 के तहत किसानों को बीज पर भी सब्सिडी मिल रही है, खासकर उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में।

Exit mobile version