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तिब्बती बौद्ध मान्यता के अनुसार, दलाई लामा मृत्यु के बाद पुनः जन्म लेते हैं ताकि वे मानवता की सेवा जारी रख सकें।
02
पुराने दलाई लामा के देहांत के लगभग 9 से 18 महीने बाद नए अवतार की खोज आरंभ होती है।
03
पिछले दलाई लामा अक्सर अपनी मृत्यु से पहले भविष्यवाणी या संकेत छोड़ जाते हैं—जैसे कोई सपना, किसी नदी की दिशा, या स्थान का नाम।
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वरिष्ठ बौद्ध लामाओं की टीम इन संकेतों के आधार पर विभिन्न स्थानों में नवजात या छोटे बच्चों को खोजती है।
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संभावित बच्चों को पुराने दलाई लामा की वस्तुएं जैसे माला, कपड़े या कटोरा दिखाए जाते हैं। अगर बच्चा उन्हें सही ढंग से पहचान लेता है, तो वह एक मजबूत संकेत माना जाता है।
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तांत्रिक साधना, ध्यान, और आध्यात्मिक रक्षक देवताओं (Dharma Protectors) से भी सलाह ली जाती है।
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हालिया घोषणा के अनुसार, अब अगला दलाई लामा केवल Gaden Phodrang Trust की अनुमति और प्रक्रिया से ही मान्यता पाएगा।