उत्तर प्रदेश का पहला राष्ट्रीय उद्यान जो की Dudhwa National Park है यह बहुत वन्यजीवों की दुर्लभ प्रजातियां और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा है आज हम आपको इसकी विशेषताएं और इसके इतिहास और सफारी अनुभव कराते हैं। भारत की समृद्ध जैव विविधता का एक अनमोल रतन है दुधवा नेशनल पार्क जो उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में स्थित है यह राष्ट्रीय उद्यान ही नहीं बल्कि एक जीवंत जंगल गाथा भी है जो हमें प्रकृति के संजीव चमत्कारों से हमारा परिचय कराती है ।
उत्तर प्रदेश के आँगन में बसे Dudhwa National Park की पहचान
दुधवा नेशनल पार्क, भारत-नेपाल सीमा के पास तराई बेल्ट में स्थित है। यह पार्क दुधवा टाइगर रिज़र्व का प्रमुख भाग है, जिसमें किशनपुर वन्यजीव अभयारण्य और कतर्नियाघाट वन क्षेत्र भी सम्मिलित हैं। इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 490 वर्ग किलोमीटर है। दुधवा पार्क में पाई जाती है बंगाल टाइगर, भारतीय गैंडा, हाथी, बारहसिंगा, हॉग डियर, चीतल, और भालू जैसी दुर्लभ प्रजातियाँ। यहाँ पक्षियों की प्रजातियां भी देखने को मिलती है जिनमे सरस, मोर, गिद्ध और उल्लू विशेष आकर्षण हैं।

Dudhwa National Park का इतिहास
Dudhwa National Park को 1977 में दुधवा राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दिया गया था दुधवा को 1958 में वन्य जीव अभ्यारण के रूप में स्थापित किया गया था और इसे उस टाइम की उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वन्यजीवों के संरक्षण के उद्देश्य से घोषित किया गया था और इस घोषणा से प्रसिद्ध वन्य जीव संरक्षण वादी बिली अर्जन सिंह की बहुत बड़ी भूमिका रही। उन्होंने कई वर्षों तक दुधवा के जंगल में रहकर के जानवरों की रक्षा की और सरकार को भी प्रेरित किया कि क्षेत्र को संरक्षित किया जाना चाहिए और उन्हीं की इस सिफारिश का यह नतीजा रहा की 1977 में दुधवा को नेशनल पार्क का दर्जा भी मिला।
कैसे पहुँचे दुधवा नेशनल पार्क?
Dudhwa National Park उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में स्थित है और यह देश के प्रमुख वन्य जीव स्थलों में से एक है अगर आप यहां आने की योजना बना रहे हैं तो जाने कैसे आप आसानी से दुधवा तक पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा: दुधवा तक पहुंचाने के निकटतम रेलवे स्टेशन
- दुधवा रेलवे स्टेशन – पार्क के सबसे पास, सफारी के लिए मुख्य प्रवेश द्वार से लगभग 4-5 किमी दूर
- मैलानी रेलवे स्टेशन – लगभग 37 किमी दूर, महत्वपूर्ण स्टेशन जहाँ से कई ट्रेनें उपलब्ध हैं
- पलिया कलां रेलवे स्टेशन – लगभग 10 किमी की दूरी पर, स्थानीय यात्रियों के लिए उपयुक्त
मैलानी से आगे की यात्रा करने के लिए आपको यहां पर ट्रेन को बदलना पड़ेगा क्योंकि इसके आगे की रेल लाइन को छोटी रेल लाइन बोलते हैं, यहां बड़ी लाइन की ट्रेन(superfast express train) नहीं चलती है क्योंकि यह पूरा रास्ता जंगल से होकर जाता है इसलिए पशुओं के संरक्षण के लिए यहां पर अभी हाई स्पीड ट्रेनों का संचालन नहीं है।

हवाई व सड़क मार्ग द्वारा दुधवा कैसे पहुंचे
हवाई यात्रा के लिए निकटतम हवाई अड्डा चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जो की लखनऊ में है वहां से आपको Dudhwa National Park के लिए आगे सफर करना ट्रैन या बस से करना पड़ेगा, सरकार ने वैसे चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे से पलिया के लिए एक बीच आठ सीटर विमान की सुविधा चालू करी है इससे यात्रा लगभग 45 मिनट से 1 घंटे तक की रह जाएगी अगर यह सेवा सुचारु रूप से चालू रहती है तो आप हवाई मार्ग से दुधवा तक का सफर कर सकते हैं।
Dudhwa National Park उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों जैस लखीमपुर, सीतापुर, और बरेली से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है लखीमपुर से उसकी दूरी लगभग 90 किलोमीटर रह जाती है दुधवा के आस पास काफी रिसॉर्ट्स और होटल्स अवेलेबल हैं जहा आप अपने ठहरने का प्रबंध कर सकते हैं अगर आप चाहे तो गवर्नमेंट की साइट से जंगल के अंदर बने रिसोर्ट को भी बुक कर सकते हैं और एक नया अनुभव पा सकते हैं।
